जेवियर के साथ तातियाना की पहली मुठभेड़ उसकी उम्मीद से कहीं अधिक थी। वह उत्सुकता से भावुक चुंबनों में लिप्त थी, उसकी जीभ उसके मुँह की खोज कर रही थी। और अधिक लालसा करते हुए, वह उत्सुकता के साथ उसके विशाल काले लंड को खा गई, उसके हर इंच का स्वाद चखती थी। जेवियर ने कुशलतापूर्वक उसे अपनी जीभ से प्रसन्न करते हुए, उसे आनंद से जंगली बना दिया। उनके शरीर मिशनरी स्थिति में आपस में जुड़ गए, जैसे ही जेवियर उसमें उत्साह के साथ धक्के लगाने लगा। उनके विशाल लंड ने उसे भर दिया, जिससे उसकी सांसें थम गईं और परमानंद के कगार पर पहुंच गया। तीव्र आनंद एक शक्तिशाली चरमोत्कर्ष में परिण हुआ, ततियाना को पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया। यह तो बस जेवियर से ततियाणा की यात्रा की शुरुआत थी, जो जो जुनून, इच्छा और निर्विवाद रसायन शास्त्र से भरी यात्रा थी।.