पति अपनी कामुकता और वासना के आगे क्या क्या खुलता है, पति अपनी पत्नी को अपनी बांहों में लेकर, उसके सुस्वादु शरीर का अन्वेषण करता है। पत्नी, उसकी सुंदरता की दृष्टि, उसकी प्रगति का प्रतिउत्तर देती है, उसका शरीर उसकी इच्छाओं से भर जाता है, क्योंकि पति उसके हर इंच, अपने हाथों और मुँह का कोई हिस्सा नहीं छोड़ता है। पत्नी क्षण के परमानंद में खोई हुई परमानंद की पराकाष्ठा में अपने शरीर को आगे बढ़ाती है, जैसे कि वह अपनी इच्छाओं की ऊंचाइयों पर ले जाती है। यह वासना, इच्छा और इच्छा की इच्छा का एक प्रज्वलित प्रदर्शन है।.