सुबह के शुरुआती घंटों में, मैंने अपने सौतेले भाई के साथ खुद को एक हॉट मुठभेड़ में लिप्त पाया। उसके हाथ मेरे शरीर पर घूमते हुए मेरे भीतर एक उग्र जुनून भड़काते थे। जैसे ही मैं उत्सुकता से उसे अपने मुँह में लेती थी, मुझे इस आदमी के साथ गहरा संबंध महसूस होता था जो मेरा भाई नहीं था, लेकिन फिर भी एक निषिद्ध आकर्षण रखता था। वह एक ऐसा व्यक्ति था जिसने परम आनंद का अनुभव किया था, एक कल्पना जो मेरे दिमाग में काफी समय से रह रही थी। मैं सिर्फ किसी भी महिला नहीं थी, बल्कि एक सच्ची भारतीय देवी, एक भाबी जिसके पास एक आकर्षक आकर्षण था जिसका विरोध करना असंभव था। जैसे ही वह अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँचे, उन्होंने मेरे चेहरे पर अपना, गर्म चिपचिपा भार छोड़ दिया, एक ऐसा नजारा जो केवल हमारी मुठभेड़ की तीव्रता को बढ़ाता था। इस भारतीय देसी स्टड, आज रावल ने मुझे पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया, एक ऐसी स्मृति जो मेरे मन में बहुत लंबे समय तक रहेगी।.