एक तेजस्वी पत्नी चर्च में खुद को पाती है, अपनी अजीब इच्छाओं का पता लगाने के लिए उत्सुक होती है। एक पुजारी उसके सामने घुटने टेकता है, अपने कुशल मुंह और स्पर्श से उसके संवेदनशील क्षेत्रों को छेड़ता है। उनका भावुक अनुभव आनंद और पाप के रोमांचक मिश्रण में सामने आता है।.